इस योजना के ट्रायल के लिये सन्ता को रखा गया कि वो एक अंग्रेज सरकारी अफसर पीटर को पंजाबी सिखाएगा.
सन्ता ने गोरे अफसर को पंजाबी पढ़ानी शुरू कर दी.
दो महीने बाद और बड़े अफसर विलियम ने उस पंजाबी सीखने वाले अफसर पीटर का टैस्ट लेने की सोची.
विलियम ने मेज पर स्याही गिरा दी और पीटर को कहा- इसको पंजाबी में बोल कर बताओ कि तुम कैसे कहोगे कि क्या हुआ?
पीटर ने कहा- ऐथे इंक किन्ने गिराई ऐ?
विलियम ने खुद पंजाबी सीखी हुई थी, उसने कहा- नहीं… यह अच्छी पंजाबी नहीं है… इसे और पढ़ाओ..
सन्ता ने पीटर को और पढ़ाया और दो महीने बाद फिर से वही टैस्ट हुआ..
इस बार पीटर ने बोला- ऐठे स्याई किन्ने डोल्ली आ?
विलियम ने कहा- नहीं… यह भी कोई अच्छी पंजाबी नहीं है… इसे और पढ़ाओ..
सन्ता ने पीटर को और पढ़ाया और दो महीने बाद फिर से वही टैस्ट हुआ..
इस बार पीटर ने बोला- ओये कन्ज़रो… ए मेज उत्ते स्याई डोल के एदी माँ किन्ने चोद्दी या?
अब विलियम खुश हुआ- हां इसे कहते हैं पंजाबी…