हेल्लो दोस्तो मेरा नाम राकेश है और मैं आज आप लोगो को अपने जीवन की कुछ ऐसी बाते बताऊंगा जो मेरे जीवन में बहुत सारा सेक्स दिया और मैंने अपनी जवानी के मज़े लिए | दोस्तों मेरे जीवन में कभी भी सेक्स की कमी नही रही और मैं आज आप लोगो को अपने कुछ सेक्स की कहानी बताऊंगा |
दोस्तों मैं अपनी कहानी को शुरू करने से पहले आप लोगो को अपना परिचय दे देता हूँ | मैं रहने वाला जयपुर का हूँ और ये कहानी तक की है जब मैं 19 साल का था और कॉलेज मे पढता था | उस टाइम मैं दिखने में काफी स्मार्ट था और मेरी बॉडी भी काफी मस्त थी | जिससे हर कोई लडकी मेरी दीवानी हो जाती थी | दोस्तों मैं आप लोगो का ज्यादा टाइम न लेते हुए अपनी कहानी को शुरू करता हूँ और मैं आप लोगो को अपने बारे में साथ में ही बताता रहूँगा |
मैं कहानी को शुरू करने से पहले आप लोगो को बता दूँ की आप लोग अपने लंड को हाथ में पकड लें और लड़कियों अपनी चूत में ऊँगली करने के लिए तैयर हो जायें क्यूंकि आप सभी लोग मेरी इस कहानी को पढ़ कर अपने आप को रोक नही पाओगे |
दोस्तों मैं उस टाइम अपने कॉलेज में पढने जाता था और उसी टाइम मुझे एक लड़की बहुत ज्यदा पसंद आ गयी थी | वैसे मुझे अपना बॉयफ्रेंड बनाना कॉलेज की हर लड़की चाहती थी | दोस्तों जब मेरी आंखे उस लड़की से मिली तो मैं उस टाइम सबको भूल ही गया और मेरी आँखों मे उसकी मस्त जवानी छलकती हुई दिखने लगी |
मैं उसे देख ही रहा था और मुझे घूरते हुए उसने देख लिया | जब उसने मुझे देख लिया तो मैं वहां से चला गया | मैं जाकर अपनी क्लास मे बैठ गया | दोस्तों ऐसे ही सारी क्लास ख़त्म हो गयी और मेरे कॉलेज की छुट्टी हो गयी |
जब मैं छुट्टी मे कॉलेज से बाहर आया तो मैं उसे ही देख रहा था और मेरे साथ उस टाइम मेरी क्लास की २ लड़की थी जिनका नाम पारुल और निधि था | दोस्तों पारुल और निधि भी मुझे बहुत पंसद करती थी पर मेरे दीमक मैं तो उस लड़की का भुत सवार था | उसके बाद मैं उस लड़की को देखता हुआ पारुल और निधि के साथ घर चला गया |
उसके दुसरे दिन जब मैं कॉलेज गया तो उसे देख ही रहा था की वो मेरे पास आई और बोली कल तुम मुझे बहुत घुर रहे थे |
मैं उस टाइम बिना डरे ही उससे कह दिया | तुम बहुत सुन्दर हो और मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ |
वो – तुम भी बहुत स्मार्ट हो |
मैं – थैंक्स |
दोस्तों फिर मेरी और उसकी बाते ऐसे ही कुछ देर तक होती रही और उसके बाद मैं अपनी क्लास मैं और वो अपनी क्लास मे चली गयी | उस टाइम के बाद मेरी और उसकी बाते ऐसे ही होने लगी थी |
मैं अब आप लोगो को उसके बारे में बता देता हूँ | उसका नाम मोहनी था और वो भी १२ मे थी पर उसका सेक्शन दूसरा था | वो दिखने में किसी परी से कम नही थी | उसका सेक्सी फिगर जो किसी को भी पागल कर दे | मैं अब धीरे धीरे उसके पास आ रहा था और धीरे धीरे उसके बारे में जानने लगा था | कुछ दिन बाद मुझे पता चला की वो किसी के पास कोचिंग के लिए जाती है |
दोस्तों जिस दिन मुझे पता चला था उसके दुसरे दिन ही मैंने उसकी कोचिंग ज्वाइन कर ली और साथ में ही कोचिंग करने जाने लगा | ऐसे ही मुझे कोचिंग करते हुए १ महिना पूरा हो गया था और मैं उसके और पास आ गया था |
दोस्तों उस कोचिंग मे मैं और एक लड़ा और था उसके सिवा सारी लड़कियां थी | दोस्तों मेरी जो टीचर थी वो मुझे बहुत लाइन मरती थी और मुझे अक्सर अकेले भी पढाया करती थी |
एक दिन की बात है जिस दिन मैंने मोहनी को प्रपोस किया और उस दिन उसने मेरे प्रपोजल को एक्सेप्ट कर लिया | दोस्तों उस दिन के बाद मैंने निधि और उसकी दोस्त से बाते करनी बहुत कम कर दी और मोहनी से रोज बात करने लगा |
इस तरह से मुझे मोहनी से बात करते हुए कुछ महीने निकल गए और एक दिन मैं और मोहनी कोचिंग जल्दी पहुच गए | उस दिन कोचिंग क्लास में मैं और मोहनी ही थे | तब मैंने मोहनी के हाथ को पकड कर अपनी और खीच लिया और अपने एक हाथ को उसकी कमर में डाल कर कस के पकड लिया | फिर उसको दीवाल से सटाकर उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया और दुसरे हाथ को उसके बड़े बूब्स पर रख | फिर धीरे धीरे दबाने लगा |
मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा और वो मेरा साथ देती हुए मेरी होठो को चूसने लगी | दोस्तों मैं और मोहनी ऐसे ही एक दुसरे को 5 से 7 मिनट तक एक दुसरे को किस करते रहे | फिर मुझे किसी के आने की आहट सुनाई पड़ी तो मैं और मोहनी एक दुसरे से अलग हो गए और अपनी अपनी जगह बैठ गए |
दोस्तों जब मैं मोहनी को किस कर रहा था तो उसकी होठ का स्वाद मीठा सा था जो मुझे आज भी याद है | उसके बाद तुरंत मेरी कोचिंग टीचर आ गयी और वो हम दोनों को देकर एक स्माइल की जिससे मुझे लगा की सायद ये हम दोनों के बारे में जान गयी है |
टीचर – राकेश कैसे हो ?
मैं – मैडम जी ठीक हूँ ?
टीचर – मोहनी तुम ?
मोहनी – मैं ठीक हु मिस |
टीचर कुछ देर तक ऐसे ही हम दोनों से बात करती रही फिर पढ़ना स्टार्ट किया | पढ़ाने के बाद जब मैं मोहनी जाने लगे तो टीचर ने मुझसे कहाँ की राकेश तुम रुको तुमसे कुछ काम है |
तब मोहनी बोली मैं भी रुक जाती हूँ साथ में चलेंगे तो टीचर ने कहाँ मोहनी तुम जाओ राकेश को टाइम लगेगा वो बाद मे चला आएगा |
उसके बाद मोहनी चली गयी और टीचर ने मुझे अपने साथ अन्दर ले गयी और मुझसे बोली तुम्हे आज मैं कुछ बताउंगी जो आगे तुम्हारे काम आएगा |
दोस्तों उस टाइम मुझे कुछ नही समझ आ रहा था की मैं क्या करूँगा और मुझे इस बात का डर था की कहीं मैडम ने हम दोनों को किस करते तो नही देख लिया था |
पर मैडम कुछ कहे बिना अन्दर अपने रूम में गयी और कुछ देर बाद कपडे बदल कर आई |
दोस्तों उस कपडे में मैडम क्या लग रही थी और मैं मैडम को देखकर अपनी आँखों को निचे कर लिया | जब मैंने अपनी आँखों को निचे कर लिया तो मैडम ने मेरे हाथ को पकड कर बोली राकेश क्या पिओगे चाय या दूध |
मैं उनके मुंह से ये बात सुनकर समझ गया था की मैडम की नियत कुछ ठीक नही है और मैंने कहाँ कुछ नही आप काम बताओ क्या है |
मैडम – इतनी जल्दी क्या है राकेश ?
मैं – घर जाना है टीचर ?
मैडम – चले जाना |
मैं – काम बताओ तो कर दूँ और घर जाउं |
तब मैडम मुझे अपने साथ अपने कमरे में चलने को कहा और मैं उनके साथ उनके कमरे में गया | वहां वो मुझे बेड पर बैठा दिया और सेक्सी स्टाइल मे अपनी ऊँगली को मुंह मे डाल कर चूसने लगी और मुझसे बोली तुम मोहनी के साथ क्या कर रहे थे |
मैं – डर गया और बोला कुछ नही टीचर |
मैडम – अच्छा राकेश कुछ नही ?
मैं – हाँ टीचर |
मैडम – मैंने देखा था राकेश |
ये कहती हुई मेरे पास आई और मेरे शर्ट के कॉलर को पकड कर बोली राकेश मैंने जब तुम्हे पहली बार देखा तो मैं तुम्हारे लंड को अपनी चूत में लेकर चुदना चाहती थी पर मुझे कभी ऐसा कोई मौका नही मिला पर आज जब मैंने तुमको मोहनी को किस करते देखा तो मेरी चूत में खुजली होने लगी |
दोस्तों अब मैं समझ गया था की मैडम मेरे लंड को अपनी चूत में लिए बिना मुझे घर नही जाने देंगी | तब मैंने भी मैडम से कहा टीचर मेरा लंड भी बहुत दिनों से चूत के लिए तड़फ रहा है आज वो तुम्हारी चूत को पाकर अपनी प्यास बुझा लेगा |
ये बात को सुनते ही मैडम मेरी तरफ बढ़ी और अपने हाथ को मेरी पेंट पर रख कर धीरे से मेरे लंड को दबाती हुई बोली मैं भी आज अपनी चूत की आग को बुझा लुंगी और तेरे लंड से निकलने वाला सारा पानी गटक जाउंगी |
मैं – मैडम मैं आज तुमको चुदाई का पूरा मज़ा दूंगा |
मैडम – यार मेरे राजा मेरा सोना तुम मुझे मैडम मत बोलो ?
मैं – मैडम फिर क्या बोलूं ?
मैडम – कुछ भी बोलो पर मैडम नही ?
तब मैं आजा मेरी जान मैं तुझे आज जन्नत की शेर करूँगा |
दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी और मैं आप लोगो को इसके आगे की कहानी भाग 2 बताऊंगा | तब तक लिए आप लोग मुझे इज़ाज़त दें आपका दोस्त राकेश |
धन्यवाद दोस्तों |